
जिन्दगी भर हँसता है रोने के लिए
मर जाता है कुछ देर सोने के लिए
दुनिया कहती है भगवान् को प्यारा हो गया
वो खुद रोता है उसे खोने के लिए
है आख में आसू आखो के नमी के लिए
दिल डर है अपनों को कमी के लिए
सजती है महफ़िल बेगानों के घर
भूल जाते है उन्हें बेगानों को दिखाने के लिए
भूल ते नही सितारे वो देखते है हर पल